बिहार के बाद अब झारखंड में भी मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस सियासी दलों के बीच में जबरदस्त घमासान देखने को मिल रह है. एक ओर बीजेपी एसआईआर को पूरी तरह संवैधानिक और जरूरी बता रही है. वहीं विपक्षी दल इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इसी बीच कांग्रेस ने आज यानी 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में कथित वोट चोरी के मुद्दे पर एक विशाल रैली आयोजित करने का ऐलान किया है. एसआईआर और कांग्रेस की दिल्ली रैली दोनों मुद्दों पर बीजेपी और राजद आमने-सामने नजर आ रहे हैं. झारखंड के बीजेपी विधायक रोशन लाल चौधरी ने एसआईआर को लेकर विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
उनका कहना है कि जो पार्टी लगभग 60 साल तक सत्ता में रही, उसने अपने शासनकाल में भी एसआईआर कराया था. तब यह प्रक्रिया सही मानी जाती थी, लेकिन आज जब चुनाव आयोग संवैधानिक तरीके से एसआईआर करा रहा है, तो उस पर सवाल उठाना गलत है. उन्होंने कहा कि झारखंड में भी जल्द से जल्द एसआईआर लागू होनी चाहिए. किसी भी व्यक्ति का नाम दो जगह मतदाता सूची में नहीं होना चाहिए और किसी विदेशी या अवैध रूप से आए व्यक्ति को वोट देने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए. एसआईआर पूरी सख्ती के साथ होनी चाहिए. वहीं राजद प्रवक्ता ने कांग्रेस द्वारा 14 तारीख को रामलीला मैदान में आयोजित रैली का समर्थन किया और एसआईआर का कड़ा विरोध किया.
राजद प्रवक्ता क्षितिज मिश्रा ने कहा कि हर पार्टी का अपना सिद्धांत और अपना कार्यक्रम होता है. कांग्रेस ने यह रैली एसआईआर को लेकर आयोजित की है, इसलिए यह उनकी पार्टी का कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि जब इंडिया गठबंधन का साझा कार्यक्रम होता है, तब सभी दल एक साथ शामिल होते हैं. बिहार में आयोजित वोटर यात्रा इसका उदाहरण है. उन्होंने कहा कि एसआईआर के मुद्दे पर राजद का स्टैंड स्पष्ट है. अगर एक भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से काटा गया, तो पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. गठबंधन पूरी तरह सतर्क है और झारखंड में किसी भी तरह के गलत सेटअप को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) के. रवि कुमार के अनुसार, राज्य में वर्तमान मतदाता सूची के मतदाताओं का पिछली एसआईआर की मतदाता सूची से मैपिंग का कार्य 65% तक पूर्ण हो चुका है. ग्रामीण क्षेत्रों में 70 % मतदाताओं का मैपिंग किया जा चुका है. उन्होंने शहरी क्षेत्र के मतदाताओं से अनुरोध किया कि वे पिछली एसआईआर के मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढने में सहयोग करें.
