मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने झारखंड के अधिकांश हिस्सों में आगामी 6 जुलाई 2025 तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. बता दें कि राज्य में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है, जिससे कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है. मंगलवार को रांची के कांके में सबसे अधिक 110.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे राजधानी और आसपास के इलाकों में जलजमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है.
खेतों में जमा हुआ पानी
वहीं ग्रामीण इलाकों में हुई बारिश वरदान साबित हो रही है. दरअसल, ग्रामीण इलाकों में बारिश के बाद खेत-खलिहान पानी से लबालब हो गए हैं. जहां शहरी क्षेत्रों में जलजमाव ने लोगों को परेशान किया, वहीं कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह बारिश खरीफ फसलों के लिए संजीवनी साबित हो सकती है. धान की खेती के लिए इस समय पर्याप्त जलजमाव बेहद फायदेमंद माना जाता है.
राजधानी का मौसम सुहाना
झारखंड की राजधानी रांची में दिनभर रुक-रुक कर हुई बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया. तापमान में गिरावट दर्ज की गई और शाम के समय लोगों को हल्की ठंडक का एहसास हुआ. लेकिन बारिश के साथ नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल भी खुल गई, जल निकासी की व्यवस्था चरमरा गई है, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान के मुताबिक, 2, 3 और 4 जुलाई को राज्य के उत्तर-पश्चिमी भाग, जैसे- पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा और मध्य झारखंड के रांची, रामगढ़, हजारीबाग, खूंटी, गुमला और बोकारो में कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना है. बताया जा रहा है कि 2 और 3 जुलाई को पूरे राज्य में भारी बारिश की प्रबल संभावना जताई गई है, जिसमें गरज-चमक और वज्रपात भी शामिल हैं.
लिहाजा, झारखंड में मानसून की सक्रियता से जहां कृषि को राहत मिल रही है, वहीं शहरी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आने वाले दिनों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने, ठनका से बचने और प्रशासन को जल निकासी और आपदा प्रबंधन पर ध्यान देने की जरूरत है.