झारखंड में आज एक बड़ी कार्रवाई हुई. एटीएस की टीम कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई से संबंध रखने वाले सुनील कुमार मीणा उर्फ मयंक सिंह को अज़रबैजान से रांची लेकर आई. सुबह जब वह बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे तो सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. वहां से आरोपी को सीधा रामगढ़ सिविल कोर्ट लाया गया.
दोपहर करीब 1 बजे एटीएस की टीम सुनील मीणा को रामगढ़ सिविल कोर्ट पहुंची. उसे संदीप कुमार बर्तम की अदालत में पेश किया गया. यहां करीब 5 घंटे तक चली लंबी सुनवाई के बाद अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. इसके बाद शाम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे रामगढ़ जेल भेज दिया गया.
इस मामले में आरोपी के वकील निवेश सिंह ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिस शख्स को अदालत में पेश किया है, वह सुनील कुमार मीणा है और उसे जबरदस्ती अपराधी मयंक सिंह बताने की कोशिश की जा रही है. वकील का दावा है कि यह दोनों एक ही व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने कहा कि 'आज जिस व्यक्ति को कोर्ट में लाया गया उसका नाम सुनील कुमार मीणा है, पिता का नाम मंगतराम है और वह राजस्थान के गंगानगर का रहने वाला है. पुलिस जबरदस्ती उसे उठा लाई है.'
इस पेशी को पतरातू भदानी नगर ओपी के केस संख्या 175/22 से जोड़ा गया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी की संलिप्तता कई आपराधिक मामलों में रही है. वहीं वकील का पक्ष है कि उनके मुवक्किल को गलत तरीके से अपराधी करार दिया जा रहा है. फिलहाल अदालत ने आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड पर रामगढ़ जेल भेज दिया है.
