बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से कुछ दिन पहले जन सुराज के समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या हो जाती है. 20 अक्टूबर, 2025 दिन गुरुवार को मोकामा में जन सुराज के समर्थक की हत्या का आरोप जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थकों पर लगा है. इस घटना से पूरा बिहार हिल गया है. चुनावी माहौल में गोलीबारी की घटना और हत्या को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. चलिए जानते हैं कौन थे दुलारचंद यादव, जिनकी हत्या का आरोप उनके पोते ने अनंत सिंह पर लगाया है.
कौन थे दुलार चंद यादव?
मोकामा विधानसभा में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनावी माहौल गरमा गया है. ताड़तर निवासी दुलारचंद यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास जैसे कई संगीन मामले बाढ़ अनुमंडल के कई थानों में दर्ज हैं. उन्हें 90 के दशक में मोकामा टाल क्षेत्र का आतंक भी कहा जाता था. जन सुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के लिए दुलारचंद यादव ने एक गाना रिकॉर्ड करवाया था.
पोते का अनंत सिंह पर आरोप
दुलारचंद यादव के पोते रवि रंजन ने अनंत सिंह पर हत्या करवाने का आरोप लगाया. उनके पाते रवि रंजन ने कहा कि कर्मवीर और राजवीर ने गोली मारी है. वे अनंत सिंह पर काफी दिनों से विवादित बयान दे रहे थे, इसलिए अनंत सिंह नाराज थे. पोते ने आरोप लगाया कि अनंत सिंह का यह प्री-प्लान्ड मर्डर है.
दुलार चंद यादव की हत्या कैसे हुई?
दरअसल, मोकामा विधानसभा के डगर पर गांव से मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह काफिला जनसंपर्क के लिए गया था. जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी भी जनसंपर्क के लिए अजगरा से होकर खुशहालचक से मोकामा लौट रहे थे. इसी बीच दोनों के काफिले में गाड़ी आपस में टकरा गई. देखते देखते मामले ने तूल पकड़ लिया. इसके बाद पहले कभी मोकामा में टाल क्षेत्र के बाहुबली दुलारचंद यादव के पैर में गोली लग गई. इसके बाद बताया जाता है कि किसी ने उनको गाड़ी से कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
