बिहार विधानसभा चुनाव के बीच पटना के मोकामा में एक हत्या ने पूरे प्रदेश में भूचाल लगा दिया है. अब मोकामा में दुलारचंद यादव के हत्या मामले में पुलिस ने जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह, कर्मवीर, राजबीर, कंजय और छोटन सिंह पर एफआईर (FIR) दर्ज की है. पुलिस ने कुल पांच लोगों के नामजद एफआईआर दर्ज की है. इसके आलावा कुछ अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है. मृतक दुलारचंद यादव के डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की तैयारी की जा रही है. ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गुरुवार की रात में ही FIR दर्ज किया गया था.
अनंत सिंह का यह प्री-प्लान्ड मर्डर है: दुलारचंद यादव के पोते का आरोप
दुलारचंद यादव के पोते रवि रंजन ने अनंत सिंह पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है. दुलारचंद यादव के पाते रवि रंजन ने कहा कि कर्मवीर और राजवीर ने गोली मारी है, क्योंकि अनंत सिंह पर काफी दिनों से बयान दे रहे थे, इसलिए अनंत सिंह नाराज थे. पोते ने आरोप लगाया कि अनंत सिंह का यह प्री-प्लान्ड मर्डर है.
कौन थे दुलार चंद यादव?
मोकामा विधानसभा में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनावी माहौल गरमा गया है. ताड़तर निवासी दुलारचंद यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास जैसे कई संगीन मामले बाढ़ अनुमंडल के कई थानों में दर्ज हैं. उन्हें 90 के दशक में मोकामा टाल क्षेत्र का आतंक भी कहा जाता था.
कब हुई थी हत्या, जानिए
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में दुलारचंद यादव जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के प्रचार के लिए निकले थे. वह जनसंपर्क के लिए अजगरा से होकर खुशहालचक से मोकामा लौट रहे थे. वहीं, मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह काफिला जनसंपर्क के लिए गया था. इसी बीच दोनों के काफिले में गाड़ी आपस में टकरा गई. इसके बाद दुलारचंद यादव के पैर में गोली लग गई. इसके बाद बताया जाता है कि किसी ने उनको गाड़ी से कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
