बोकारो के बालीडीह थाना क्षेत्र के बनसिमली गांव में सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां रेलवे ट्रैक पर 25 वर्षीय बीरबल आचार्य का शव मिला है. बताया जा रहा है कि बीरबल कई दिनों से कर्ज और तनाव में था. परिवार ने जितनी कोशिश की, लेकिन आखिरकार वह जिंदगी से हार गया. बीरबल बोकारो स्टील प्लांट में ठेका मजदूर के रूप में काम करता था. उस पर करीब ₹2 लाख का कर्ज था. पैसे चुकाने को लेकर वह लगातार चिंता में रहता था. उसके पिता, कार्तिक आचार्य ने बताया कि बेटा अक्सर उदास रहता था और बार-बार कहता था. "अगर कर्ज नहीं चुका पाया, तो ट्रेन से कटकर जान दे दूंगा."
तनाव और डिप्रेशन
पिता ने बेटे की बात सुनकर किसी तरह 2 लाख का इंतजाम किया और कर्ज चुकाने के लिए पैसे दे दिए. उन्हें लगा कि अब बेटा संभल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तनाव और डिप्रेशन ने उसे इस कदर जकड़ लिया कि उसने सोमवार की सुबह अपनी जान दे दी.
रेलवे ट्रैक पर मिला शव
सुबह जब बीरबल घर से शौच के लिए निकला और देर तक नहीं लौटा, तो परिवार को चिंता हुई. कुछ समय बाद गांव वालों ने सूचना दी कि रेलवे ट्रैक पर एक युवक का शव पड़ा है. जब पिता कार्तिक मौके पर पहुंचे, तो सामने अपने बेटे की लाश देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बालीडीह थाना के एएसआई एस. मुर्मू ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है. पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है.
गांव में इस घटना के बाद मातम पसरा हुआ है. लोग कह रहे हैं कि कर्ज का बोझ और मानसिक तनाव ने एक और युवा की जिंदगी खत्म कर दी.
