समस्तीपुर सदर अस्पताल अंधविश्वास से जुड़ी एक खबर सामने आई है. जहां इमरजेंसी वार्ड के भीतर एक कथित भगत द्वारा खुलेआम झाड़-फूंक किए जाने का मामला उजागर हुआ. जिसमें भगत मरीज के बाजू में बैठकर मंत्र पढ़ते और झाड़-फूंक करते नजर आ रहा है. हैरानी की बात यह कि मौके पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों में से किसी ने भी उसे रोकना जरूरी नहीं समझा. जिस मरीज को भगत झाड़फूंक रहा था, भर्ती महिला मरीज की पहचान मुक्तापुर थाना क्षेत्र के चकदौलतपुर गांव निवासी रामप्रीत पंडित की पत्नी फूलो देवी के रूप में हुई है.
गुरुवार (4 दिसंबर) को पेट दर्द की शिकायत होने पर परिजन उसे सदर अस्पताल ले गए थे. डॉक्टरों ने इलाज किया लेकिन स्थिति सामान्य नहीं होने पर परिजन अंधविश्वास के चक्कर में पड़ गए और स्थानीय भगत को अस्पताल बुला लिया. इसके बाद इमरजेंसी वार्ड में करीब 15 से 20 मिनट तक कथित भगत आराम से मंत्र पढ़कर झाड़-फूंक करता रहा. इस दौरान न तो किसी डॉक्टर ने उसे रोका, न ही स्वास्थ्य कर्मियों या गार्ड ने हस्तक्षेप किया. वार्ड के अंदर मौजूद अन्य मरीज और उनके परिजन भी इस गतिविधि को आश्चर्य से देखते रहे. इस बारे में झाड़ फूंक करने वाले भगत ने बताया कि महिला मरीज की तबीयत खराब है. दवाई से ठीक नहीं हो रहा था तभी हम यहां समस्तीपुर सदर अस्पताल आए हैं. भगत ने बताया कि जल और मयूर के पंख से झाड़ लगाए हैं, बाबा गुरु गोरखनाथ की कृपा से ठीक करने का विश्वास दिलाया.
साथ ही भगत ने यह भी कहा कि यह आस्था है हालांकि हम दवा नहीं करते हैं कि मैं इसे ठीक कर दूंगा, लेकिन एक भरोसा है, यहां मैं पहुंचा हूं तो थोड़ी शांति इन्हें जरूर मिलेगी. इसलिए मैंने कोई गुनाह नहीं किया है, हम लोग बिहार से हैं तो गांव में एक पूजा होता है जिसमें शरीर पर( ईस्ट) भगवान आते हैं. मुझे भी बचपन से ही शरीर के अंदर ईस्ट आ रहा था. हालांकि जिस मरीज को मैं देखने के लिए आया हूं, उसकी बीमारी का मुझे मालूम नहीं. मैंने अपने स्तर से इसे देख लिया है और मरीज का मन शांत हो गया है. कृपा होगी तो आधे घंटे में यह चलना शुरू कर देगी. वही मरीज के परिजन बताते हैं कि कई बार इनका इलाज करवाए हैं लेकिन ठीक नहीं हो रहा. इस पूरे मामले पर समस्तीपुर सदर अस्पताल प्रशासन कुछ भी बोलने से बचते नजर आए.
