धनबाद में मीडिया से बातचीत के दौरान अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि झारखंड और धनबाद आने वाले समय में तेजी से आगे बढ़ेंगे. उन्होंने बताया कि यहां बड़ी संभावनाएं हैं और ग्रुप जल्द ही निवेश शुरू करेगा. उनके मुताबिक, क्षेत्र उद्योग और ऊर्जा क्षेत्र के लिए मजबूत आधार बन सकता है.
इससे पहले वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स) धनबाद के शताब्दी समारोह में शामिल हुए. कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अदाणी ग्रुप अगले पांच वर्षों में एनर्जी ट्रांजिशन के क्षेत्र में 75 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगा. उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी बनाना है.
गौतम अदाणी ने कार्यक्रम में कहा कि ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन आने वाले दशकों में कई ट्रिलियन डॉलर का उद्योग बन जाएगा. यह न केवल स्वच्छ ऊर्जा का रास्ता खोलेगा, बल्कि बिजली आधारित मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन स्टील, ग्रीन फर्टिलाइजर और हाइड्रोजन इकोसिस्टम जैसे क्षेत्रों को भी मजबूती देगा. उन्होंने कहा कि यह वही आधार है, जिस पर भविष्य की डिजिटल और एआई आधारित अर्थव्यवस्थाएं टिकी होंगी.
उन्होंने ब्राजील में हुए सीओपी-30 सम्मेलन की एक रिपोर्ट की भी आलोचना की. इस रिपोर्ट में भारत की स्थिरता रैंकिंग को घटाया गया था और यह दावा किया गया कि भारत के पास कोयला छोड़ने की कोई समय-सीमा नहीं है. अदाणी ने कहा कि भारत का प्रति व्यक्ति सीओ2 उत्सर्जन दुनिया में सबसे कम है और देश इतिहास में सबसे तेज गति से एनर्जी ट्रांजिशन की ओर बढ़ रहा है.
