डोरंडा महाविद्यालय का 61 स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया

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डोरंडा महाविद्यालय का 61 स्थापना

 दिवस धूमधाम से मनाया गया



आज दिनांक 28/07/2022 को डोरण्डा महाविद्यालय का 61वॉ स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ अजीत कुमार सिन्हा , विशिष्ट अतिथि माननीय डॉ कमीनी कुमार , पूर्व सांसद इब्राहिम अंसारी के पुत्र बुलंद इकबाल , वार्ड पार्षद फिरोज एवं नसीम जी उपस्थित थे।


कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के मुख्य द्वार से नागपुरी गीत पर आदिवासी नृत्य के साथ पारंपरिक तरीके से किया गया
फिर माननीय कुलपति , माननीय प्रति कुलपति और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वी पी वर्मा के द्वारा पौधा रोपण का कार्य किया गया , मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों को पुष्प गुच्छ एवं शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया, महाविद्यालय के61वें स्थापना दिवस को यादगार बनाते हुए प्रतीक चिन्ह के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।


बीo एड o और एन o एस o एस o के छात्र- छात्राओं ने स्वागत गीत , गणेश वंदना ,एवं सामुहिक नृत्य कर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया, वहीं माननीय कुलपति महोदय ने बताया कि वो भी डोंरण्डा महाविद्यालय के छात्र रह चुके हैं और आज कुलपति के रूप में इस प्रांगण में वापस आना उनके लिए बहुत ही खुशनुमा पल बन गया है । डोंरण्डा महाविद्यालय की तुलना माननीय कुलपति महोदय ने अंतरराष्ट्रीय महाविद्यालयों से की ।उनका कहना है कि यहाँ 51 पाठ्यक्रम चल रहे हैं और 20 हजार छात्र छात्राएं है इस महाविद्यालय को एक विश्वविद्यालय का रूप दे रही है ।

प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने छात्रों को सीख दी कि वे जीवन में कभी सफल भी हो सकते हैं तो कभी असफल ,आपको जीवन के हर मोड़ पर आगे बढ़ते जाना है । वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य महोदय ने संस्थापको , पूर्व प्राचार्यों ,शिक्षकों, कर्मचारियों , छात्र -छात्राओ एवं स्थानीय लोगों के योगदान को याद किया जिनके बदौलत ही महाविद्यालय ने यह मुकाम हासिल किया। यह महाविद्यालय झारखंड का प्राइम महाविद्यालय बन गया और विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है।


कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ मंजु मिंज, डॉ मंजु लाल, डॉ रजनी टोप्पो, नमिता कुमारी, डॉ एमलिन केरकेट्टा और डॉ शैलेन्द्र कुमार के साथ पूरे महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाओं और कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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