रांची: रांची के मेन रोड पर हुए अपराधी छोटू रंगसाज के हत्याकांड में पुलिस शूटरों की तलाश में है. रंगसाज के हत्याकांड में गिरफ्तारी के लिए झारखंड से लेकर यूपी तक पुलिस छापेमारी कर रही है. अपराधियों पर हत्या के कई मामले दर्ज थे. पुलिस ने रंगसाज की हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए रांची एसएसपी के द्वारा एक एसआईटी बनाया है. झारखंड के गढ़वा सहित कई शहरों में छापेमारी की जा रही है. यूपी में भी पुलिस टीम ने अपनी दबिश दी है और कई लोगों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस के अनुसार बता दें कि रंगसाज की हत्या में उसके पुराने दोस्त भी शामिल हैं, जिनसे उसकी फिलहाल कारोबार को लेकर अदावत चल रही थी. इस मामले में मिठू नामक अपराधी भी शामिल हैं, जो फरार हैं. रंगसाज की पत्नी सलमा का दावा है कि उसने हत्यारों की पहचान कर ली है. सलमा के अनुसार मिंटू और इरशाद नाम के युवक उसके पति को मार डाला है. वह बताती है कि मिंटू और उसके पति के बीच झगड़ा हुआ था जिसके बाद मिंटू ने हमला किया. पुलिस की जांच में गढ़वा बस स्टैंड के ठेके के लिए रंगसाज के और एक आदमी के बीच विवाद था. रंगसाज का गुट दो भाग में बंट गया था और सुहैल खान ने भी अपना गुट तैयार किया था. रंगसाज की हत्या के बाद सुहैल भी फरार है.बता दें कि छोटू रंगसाज गढ़वा जिले में वर्ष 2000 से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था. उस पर अनेक मामले दर्ज थे और पिछले सात वर्षों में वह फरार था. उसने गढ़वा के अलावा पलामू, रांची, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, रायपुर में भी अपराधिक गतिविधियों में हिस्सा लिया था. उस पर कई मामलों में कार्रवाई हुई थी, लेकिन वह फिर भी अपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था.